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राउंड 11- रानी थी बस एक कदम दूर ,पर राजा था मजबूर !

by निकलेश जैन - 27/11/2016

कार्लसन का प्यादा रानी बनने से बस एक कदम दूर था ,पर क्या करे राजा मजबूर था ! एक शानदार मैच और बराबरी पर समाप्त हो गया । सफ़ेद मोहरो से अपनी अंतिम बाजी खेल रहे कर्जाकिन नें आज फिर राय लोपेज पर ही अपना विश्वास दिखाया पर कार्लसन के खेल में पिछली जीत का असर साफ दिख रहा था वो खेलते वक्त आज शांत थे और अच्छी चाले चल रहे थे और अपने प्यादो से उन्होने शानदार खेल दिखाया और थोड़ी बढ़त भी हासिल कर ली , उनका एक प्यादा रानी बनने के लिए उन्होने आगे बढ़ दिया और थोड़ी देर के लिए जीत की उम्मीद भी जगा दी , पर बचाव करने में माहिर कर्जाकिन नें कार्लसन के राजा की कमजोरी को निशाना बनाते हुए कार्लसन को ड्रॉ पर रोक लिया । अब अंतिम और 12वें मैच पर पूरी दुनिया की निगाहे है बस एक जीत विश्व चैम्पियन का ताज दिला सकती है ! कौन होगा विश्व विजेता आज कौन जीतेगा !!

कार्लसन नें अपनी योजना के अनुसार खेल में ज्यादा मोहरे ना रखते हुए उनकी अद्ला बदली शुरू कर दी जल्द ही खेल से  दो घोड़े और एक ऊंट बाहर थे ,कार्लसन नें बोर्ड के बीच से और रानी के तरफ के हिस्से से प्यादो से हमला करने का प्रयास किया तो कर्जाकिन नें राजा की तरफ से पर कार्लसन नें अपनी उम्दा चालों से कर्जाकिन को दबाव में डाले रखा , अपने प्यादो से उन्होने अच्छा संतुलित और समझ भरा खेल दिखाया , परिणाम स्वरूप वह थोड़ा बेहतर स्थिति में भी थे पर यह जीतने के लिए काफी नहीं थी और अंत में जब कार्लसन एक और रानी बनाने से एक कदम दूर थे उनके राजा पर लगातार शह देते हुए कर्जाकिन नें उन्हे ड्रॉ मानने पर मजबूर कर दिया । और इसके साथ ही मुक़ाबला 5.5-5.5 पर आके ठहर गया और अब जबकि सिर्फ एक मुख्य मुक़ाबला बाकी है देखना दिलचस्प होगा क्या कोई एक इसको जीत के विश्व विजेता बन जाएगा या मुक़ाबला टाई ब्रेक में जाएगा !

इतिहास को पता था की ये महामुकाबला तो होना ही था बचपन से ही बेहद प्रतिभाशाली माने जाने वाले इन दोनों खिलाड़ियों में पहले ग्रांड मास्टर कर्जाकिन बने और अब तक सबसे कम उम्र में ग्रांड मास्टर बनने का खिताब उनके ही नाम है पर समय बदला और जल्द ही कार्लसन नें कर्जाकिन को पीछे छोड़ते हुए विश्व पटल पर अपना दबदबा बना लिया ,हालांकि कर्जाकिन भी कोई बहुत पीछे नहीं रहे पर कार्लसन  आनंद से जीतकर दो बार विश्व चैम्पियन बन गए , और कर्जाकिन खुद को बेहतर करने में लगे रहे अंततः वह मौका आ गया जिसका सबको इंतजार था । बचपन की प्रतिभाए अब दुनिया के सामने युवा हो चुकी थी और इस बार फिर दोनों टकराई विश्व शतरंज के ताज के लिए !

कार्लसन का कहना है वह दोस्त नहीं है बस साथ खेलने वाले प्रतिद्वंदी खिलाड़ी है ,ऐसा ही कुछ कर्जाकिन नें कहा पर विश्व शतरंज की नजर में तो आप दोनों का साथ ही इस खेल को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहा है ! तो धन्यवाद #कार्लसन-कर्जाकिन !

खेल के कुछ खास लम्हे !

खेल की दसवी चाल से ही छोटे मोहरो के खेल से बाहर होने के आसार साफ दिख रहे थे 

 बिलकुल साफ था की सफ़ेद जहां राजा की तरफ तो काला रानी के तरफ के हिस्सो में प्यादो से हमला करने की कोशिश करेंगे 

देखने में ऐसा लग रहा था की की जैसे सफ़ेद के खेल में किसी तरह की कोई कमजोरी नहीं है ना तो प्यादो के ढांचे में और मोहरे भी जल्द ही खेलने लगेंगे , पर कार्लसन की आने वाली कुछ प्यादो के खेल नें दिखाया जो दिखता है वो सही में ऐसा हो ये जरूरी नहीं है 

सबसे ज्यादा चर्चा में अगर कोई चाल रही तो वो थी कर्जाकिन की h3 

कार्लसन नें जैसे ही अपने प्यादे को e3 खाने पर बढ़ा ! लगा क्या कार्लसन को जीत दिख गयी है ,कर्जाकिन के रानी के तरफ के कुछ कमजोर प्यादो नें कार्लसन की आँख में चमक ला दी थी 

प्यादा दूसरे कहने में था कर्जाकिन नें तुरंत अपने हाथी और रानी को सुरक्षा में लगाया !

पर कर्जाकिन सही समय पर सही डिफेंस खोजने में कामयाब रहे ! कार्लसन के राजा की कमजोरी ने उन्हे ड्रॉ मानने पर मजबूर कर दिया 

देखे युवा प्रतिभाशाली निहाल सरीन के द्वारा इस खेल का पूरा विश्लेषण 

[Event "WCC"]
[Site "?"]
[Date "2016.11.27"]
[Round "11"]
[White "Karjakin, Sergey"]
[Black "Carlsen, Magnus"]
[Result "1/2-1/2"]
[ECO "C77"]
[WhiteElo "2772"]
[BlackElo "2853"]
[Annotator "Nihal Sarin"]
[PlyCount "67"]
[EventDate "2016.??.??"]
[SourceDate "2003.06.08"]

1. e4 e5 2. Nf3 Nc6 3. Bb5 a6 {No Berlin Wall! Magnus did not play Berlin in
any black games in this WC Match.} 4. Ba4 Nf6 5. O-O Be7 {After the loss in
the eighth round, Magnus had tried the Arkhangelsk variation, but Sergey
played well and Magnus was worse.} 6. d3 {Karjakin goes for this tricky system
with Nc3.} (6. Re1 O-O 7. c3 b5 8. Bb3 {is the main line, but maybe Karjakin
wanted to avoid the Marshall.}) 6... b5 7. Bb3 d6 8. a3 {Important move,
freeing a square for the bishop.} (8. h3 $6 Na5 $1 {Black is very OK here, as
he gets the bishop on b3.}) 8... O-O 9. Nc3 Be6 (9... Bg4 10. Be3 {and the pin
is nothing to worry about. White could play h3 and g4 somewhere.} Qd7 11. h3
Bh5 12. Nd5 Nxd5 13. Bxd5 {And g4.}) 10. Nd5 {I think the idea of Nc3 is to
meet Be6 with Nd5.} Nd4 {Magnus strikes back in the center with his knight.}
11. Nxd4 exd4 12. Nxf6+ Bxf6 13. Bxe6 fxe6 {Many pieces have been exchanged
off.} 14. f4 {With the idea to get some pawn thrusts. But this also leads to
mass exchanges as we shall see.} (14. Qg4 {is the precise move according to
Peter Svidler.} Qd7 ({Here,} 14... Qc8 {was played by Gabriel Sargissian.}) 15.
b3 c5 16. a4 {is Svidler's suggestion.}) 14... c5 {Black does the same. He
wants to play c4.} 15. Qg4 Qd7 16. f5 Rae8 17. Bd2 c4 {The postion is balanced}
18. h3 {White plays a sensible move, protecting the queen in future and also
clearing the h2 square for the king (also in future!)} c3 {Black is aimimg to
change the pawn structure.} (18... d5 {looks interesting as well.} 19. fxe6 (
19. Bb4 Rf7 20. fxe6 Rxe6 21. exd5 Qxd5 22. Rae1 Rxe1 23. Qc8+ Qd8 24. Qxd8+
Bxd8 25. Rxe1 Rd7 26. Re6 a5 $11) 19... Rxe6 20. Rae1 dxe4 21. Rxe4 Re7 $11)
19. bxc3 d5 $1 {Black strikes in the centre.} 20. Bg5 {Now the complications
fizzle out to be a draw.} Bxg5 21. Qxg5 dxe4 22. fxe6 Rxf1+ 23. Rxf1 Qxe6 24.
cxd4 e3 {After an almost forced sequence, black is a pawn down, but he has a
very strong passed pawn.} 25. Re1 h6 26. Qh5 e2 27. Qf3 a5 28. c3 {Holding
back Black's pawn thrusts.} ({We must note that White cannot win the e2 pawn
with something like} 28. Kf2 $4 Rf8 $19) 28... Qa2 29. Qc6 Re6 30. Qc8+ Kh7 31.
c4 $1 {This move breaks the connection between the queen and the rook, forcing
a draw.} Qd2 32. Qxe6 Qxe1+ 33. Kh2 Qf2 34. Qe4+ $11 {Black can't avoid
perpetual. A high quality game full of precise moves. The h3 move became
useful after all! Magnus' d5 was an interesting move almost forcing a draw.
Sergey also played very precisely from the beginning. An accurate game. It
remains to be seen how much longer can they remain accurate.} 1/2-1/2

सफ़ेद मोहरो अपराजित रहे  कर्जाकिन का यह सफ़ेद मोहरो से उनका अंतिम मैच था और उन्होने वाकई अच्छा खेल दिखाया कुल 3 अंक सफ़ेद मोहरो से ! क्या वो एक बार फिर काले मोहरो से जीत दर्ज कर सकेंगे अगर हाँ तो बन जाएंगे विश्व शतरंज विजेता !!

काले मोहरो से कार्लसन नें भी अपना अपराजित रहने का रिकॉर्ड बनाए रखा उन्होने भी काले मोहरो से अपना अंतिम मैच खेला और 6 में से 3 अंक जुटाये ! अब सफ़ेद मोहरो से अपना अंतिम राउंड आज खेलेंगे कार्लसन देखना होगा क्या वो इस मैच को जीतकर अपना खिताब बचा लेंगे !

दोनों उसी रंग  के मोहरो से अपना अंतिम राउंड खेलेंगे जिस रंग से उन्होने अपनी एकमात्र जीत दर्ज की है ! कौन जीतेगा या मुक़ाबला टाई ब्रेक में जाएगा कुल मिलकर यह विश्व चैंपियनशिप बहुत ही रोमांचक दौर पर आ गयी है ! दुनिया को अपना अगला विश्व चैम्पियन आज मिलेगा या फिर और इंतजार करना होगा जल्द पता लगेगा !

जाहिर तौर पर कार्लसन के प्रशंसक पूरी दुनिया में काफी ज्यादा है वैसे शीर्ष महिला खिलाड़ियों नें भी भी कुछ ऐसा ही संदेश दिया रूस में चल रही वुमेन फीडे ग्रांड प्रिक्स से ! 8 गैर रूसी खिलाड़ी हमारे प्यारे कार्लसन सो प्यारा संदेश देती नजर आई 

पर ऐसा नहीं की कर्जाकिन के लिए कोई नहीं था ,तमाम रूसी खिलाड़ी कर्जाकिन को शभकामनाए देती नजर आई !

खैर एक वजह कार्लसन का कुँवारा होना भी है ये मत भूलिएगा !!


 

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