आनंद सर की पाठशाला :तीसरा दिन :मिडिल गेम !
21/03/2017 -शुरुआत अच्छी होने के बाद भी जीवन में जो लोग समय को या स्थिति को नहीं समझ पाते वो लड़खड़ा जाते है,शतरंज मैं भी ऐसा होना बेहद सामान्य घटना है ,कई बार शानदार ओपेनिंग खेल कर भी समय के दबाव में या स्थिति के गलत आकलन से मिडिल गेम में गलतियाँ कर मैच खो देना अधिकतर देखा गया है ऐसे में आनंद नें प्रशिक्षण शिविर के तीसरे दिन बच्चो को मिडिल गेम की बारीकियाँ सिखाई उन्होने अपनी समझ बेहतर करने ,स्थिति का बेहतर आकलन करने ,अपने समय को नियंत्रित करने के कई शानदार सुझाव बच्चो को दिये । इसके साथ ही तीन दिवसीय यह शानदार आयोजन सफलता पूर्वक सम्पन्न हो गया । आनंद का एक प्रशिक्षक के तौर पर देखना अपने आप में एक इतिहासिक बात है और इस कार्यक्रम से जुड़ कर चेसबेस इंडिया खुद को सम्मानित महसूस कर रहा है ..