ताल मेमोरियल -आनंद ने ममेद्यारोव को हराया ,संयुक्त बढ़त पर

28/09/2016 -

मद्रास टाइगर नींद से जाग चुके है !! भारत के लिए आज ताल मेमोरियल से अच्छी खबर आई है भारत के पाँच विश्व चैम्पियन विश्वनाथन नें अजरबैजान के ग्रांड मास्टर ममेद्यारोव को बेहद ही सधे हुए अंदाज में पराजित कर एक आत्मविश्वास देने वाली जीत दर्ज की पहले राउंड में अनीश गिरि से अच्छा बचाव कर ड्रॉ खेलने वाले आनंद आज भी काफी अच्छी चाले चलते हुए नजर आए , अच्छी बात ये है की वो सही समय पर बेहतर चाल ढूंढ पा रहे है जो उनके अच्छी लय को दिखाती है । अनीश गिरि भी अब जीत दर्ज करने लगे है और कैंडिडैट टूर्नामेंट के बाद उन्होने अपनी शैली में और सुधार किया है ,बाकी सभी मैच ड्रॉ रहे  दो राउंड के बाद भारत के आनंद , नीदरलैंड के अनीश और रूस के इयान नेपोमनियाचटचि 1.5 अंक बनाकर सयुंक्त बढ़त पर चल रहे है । 

ChessBase '26 and Mega 2026 are here!


ChessBase ’26 has new features like Opening Report, Monte Carlo Analysis, More Power with Remote Engine, New Reference Filters, AI Description of Plans and more. 


Mega Database 2026 has over 11.7M games and 114,000 annotated games.

बहुत- बहुत धन्यवाद ! महान लेखक मार्क द्वोरेत्स्की !!

27/09/2016 -

किसी के दुनिया से विदा लेने के बाद उनके प्रति सम्मान प्रकट करने का एक ही तरीका है उनके किए गए कार्यो से सीखना । मार्क द्वोरेत्स्की नें अपने लेखन और शोध कार्य से शतरंज को एक नए स्तर पर पहुंचाया उनसे सीखकर ना जाने कितने बेहतर खिलाड़ी बने तो वहीं उनसे सीखकर उनके शोध कार्य को देखकर लेखको और प्रशिक्षको की एक पूरी नयी पीढ़ी तैयार हुई । इनके लेखन कुछ खास बाते उनकी किताबों को बेहद लोकप्रिय और महत्वपूर्ण बनाती है । एंडगेम मेनुएल उनकी सर्वश्रेस्ठ कृति रही । अगर आप शतरंज के अच्छे खिलाड़ियों में आते है तो आइए उसी में से आज कुछ याद करते है और अगर आपने शतरंज अभी सीखना शुरू किया है या किसी को सिखा रहे है तो इस लेख से आपको मार्क द्वोरेत्स्की की महानता का अंदाजा हो जाएगा और यह किताब आपके खेल के स्तर को सुधारने के लिए कितनी जरूरी है आप जान पाएंगे । आइये उनकी किताब में से कुछ सीखकर उन्हे श्रद्धांजलि देते है ..

महान शतरंज प्रशिक्षक ,लेखक मार्क द्वोरेत्स्की नहीं रहे

26/09/2016 -

कुछ लोग अपने जीवन में खुद के द्वारा हासिल की गयी ऊंचाइयों के लिए जाने जाते है  और ऐसे लोगो को हम सफल कहते है ,तो कुछ बिरले अपना सारा जीवन किसी खास उद्देश्य के लिए समर्पित कर देते है ,ये लोग दूसरों को सफल बनाने के लिए कार्य करते है ऐसे लोग महान कहलाते है । 

विश्व शतरंज जगत स्तब्ध है ,महान मार्क द्वोरेत्स्की जिन्हे सदी का सबसे बेहतरीन शतरंज प्रशिक्षक ,लेखक और शतरंज वैज्ञानिक भी कहा जाए तो गलत नहीं होगा , अब इस दुनिया में नहीं रहे , आज मॉस्को में उनका 69 वर्ष की आयु में देहांत हो गया अपना सारा जीवन शतरंज को समर्पित कर देने वाले मार्क ने खेलने की बजाय प्रशिक्षण को वरीयता दी और विश्व भर में उनकी किताबों को पढ़ना जैसे हर खिलाड़ी के लिए अनिवार्य समझा जाने लगा । आज शतरंज जगत ने आज अपना एक अनमोल हीरा खो दिया । ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे । भाव भीनी श्रद्धांजली । 

मेरा लक्ष्य सिर्फ ग्रांड मास्टर बनना नहीं है -आर्यन चोपड़ा

25/09/2016 -

"मेरा लक्ष्य सिर्फ ग्रांड मास्टर बनना नहीं है उससे आगे भी जाना है  " ऐसा कहना है मात्र 14 वर्ष की आयु वाले  वर्तमान में विश्व के सबसे युवा ग्रांड मास्टर बने आर्यन चोपड़ा का वे सबसे कम उम्र में ग्रांड मास्टर बनने वाले भारत के दूसरे  खिलाड़ी  है . उन्होने सिर्फ 61 टूर्नामेंट खेलकर ही ग्रांड मास्टर की उपाधि पायी है  यह बात उनकी उपलब्धि को बेहद ही खास बनाती है बेहद ही नम्र स्वभाव के आर्यन  अपने माता-पिता के लिए 2900 रेटिंग का आंकड़ा छूना चाहते है । इस छोटी सी उम्र में भी अपने भारत देश से उन्हे बेहद लगाव है और तिरंगे की मौजूदगी उन्हे अच्छा खेलने के लिए प्रेरित करती है और ये बात इशारा करती है की भारत को आने वाले समय के लिए एक चमकता सितारा मिल चुका है ताल और फिशर के खेल से बेहद प्रभावित आर्यन विश्व शतरंज में अपनी गहरी छाप छोड़ना चाहते है और इसके लिए जो बाते आवश्यक है वो उनमे मौजूद भी है । पढे और देखे उनका पूरा इंटरव्यू ..

ग्रांड मास्टर स्वप्निल ने जीता मलेशियन ओपन 2016

20/09/2016 -

 मलेशिया में चल रहा शतरंज का शानदार महोत्सव अभूतपूर्व सफलता के साथ सम्पन्न हुआ । विश्व के दिग्गज ग्रांड मास्टरो के बीच शारीरिक रूप से अक्षम पर मानसिक तौर पर होसले से भरपूर खिलाड़ियों की प्रतिभागिता नें प्रतियोगिता को मानवीयता के उच्च स्थान पर स्थापित किया ।  एशिया के प्रतिष्ठित शतरंज प्रतियोगिताओ में से एक मलेशियन ओपन का 13वां खिताब भारत के युवा ग्रांड मास्टर स्वप्निल धोपाड़े नें अपने नाम कर लिया साथ ही वह ऐसा करने वाले दूसरे भारतीय ग्रांड मास्टर बन गए । भारत के नजरिए से यह प्रतियोगिता बेहतरीन साबित हुई और भारत के खिलाड़ियों का दबदबा पुरुष्कार वितरण के दौरान भी नजर आया । जंहा स्वप्निल विजेता बने तो आर्यन भारत के नए ग्रांड मास्टर , नारायन श्रीनाथ तीसरे स्थान पर रहे ।  भारत की शीर्ष महिला खिलाड़ी हम्पी नें जिस अंदाज में स्वास्थ्य खराब होने के बाद भी अपना सर्वश्रेस्ठ देने को कोशिश की वह एक सीखने योग्य आदत है ।हम्पी प्रतियोगिता की महिला वर्ग पुरुष्कार की विजेता रही ! 

मलेशिया ओपन स्वप्निल -श्रीनाथ बढ़त पर ,आर्यन बने ग्रांड मास्टर

16/09/2016 - खेल सिर्फ उनके लिए ही नहीं जो इसमें सर्वश्रेस्ठ है यह उनके लिए भी है जो क्षमता ना सही हौसला भी रखते है ऐसा ही कुछ नजारा है मलेशियन ओपन का । भारत के ग्रांड मास्टर स्वप्निल धोपड़े और अंतर्राष्ट्रीय मास्टर नारायण श्रीनाथ उज्बेकिस्तान के फीडे मास्टर नोदिरबेक के साथ 13वें मलेशिया चैस फेस्टिवल ,कुआलालम्पूर मलेशिया में चल रहे दातों आर्थर तान अंतर्राष्ट्रीय ग्रांड मास्टर शतरंज प्रतियोगिता के छह चक्रो के बाद सयुंक्त बढ़त पर चल रहे है । प्रतियोगिता की शीर्ष वरीयता भारत की नंबर महिला शतरंज खिलाड़ी कोनेरु हम्पी को दी गयी है । 2152 औसत रेटिंग वाली इस प्रतियोगिता में 8 ग्रांड मास्टर ,19 अंतर्राष्ट्रीय मास्टर समेत कुल 13 देशो के कुल 100 खिलाड़ी भाग ले रहे है जिसमें लगभग आधे 48 टाइटल खिलाड़ी है । चौकने वाली बात ये है की मेजबान मलेशिया से ज्यादा खिलाड़ी भारत से इस प्रतियोगिता में भाग ले रहे है मलेशिया से जंहा 24 तो भारत के 33 खिलाड़ी इस प्रतियोगिता में भाग ले रहे है । प्रतियोगिता के आयोजन में आयोजको नें शानदार इंतजाम किए है । मुख्य प्रतियोगिता के अलावा मलेशिया चैलेंज , रैपिड ,ब्लिट्ज ,और बच्चो के लिए आयु वर्ग के लिए विशेष आयोजन भी साथ में आयोजित किए जा रहे है ।

ओलंपियाड R -10-11- कुछ नें पदक जीते तो बाकी ने दिल !!

14/09/2016 -

अपने देश का प्रतिनिधित्व करना ,कोई लक्ष्य बनाना और उसके लिए जी जान से जुट जाना , प्रतिभाशाली साथियों का  साथ होना ,एक अनुभवी और योग्य प्रशिक्षक का होना , समय आने पर अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करना ,दबाव के लम्हो में भी खुद पर भरोसा रखना ,खेल की हर चाल का आनंद उठाना ,हार जीत की भावना से परे अपने प्रतिद्वंदी का भी सम्मान करना और अपना सर्वश्रेस्ठ देने की कोशिश करना ।  अगर  परिणाम को एक तरफ रखकर हम सोचे तो इस  पैमाने पर 176 देशो से आए वह सभी 2245 खिलाड़ी ही बाकू के विजेता है ,पदक तो सिर्फ यह बताने के लिए है की किसने सबसे ज्यादा मेहनत की पर इससे जो नहीं जीते उनका महत्व कम नहीं हो जाता ,उन सभी खिलाड़ियों के एक साथ एक जगह होने से जो विश्व भर की विभिन्न संस्कृतियों का आपस में मेलजोल हुआ ,जिस प्रेम और मुस्कान का आदान प्रदान हुआ वह अमूल्य है और दरअसल सही मायनों मैं बाकू नें इन सभी पैमानो पर अपना नाम सर्वश्रेस्ठ ओलंपिक के तौर पर सभी के दिलो में अंकित कर लिया , अंतिम दो चक्रो में भारतीय टीम नें दो ड्रॉ खेले और हम पुरुष वर्ग में चौंथे और पांचवे स्थान पर रहे । ये भी क्या कम है !!भविष्य हमारा है !!

ओलंपियाड R- 9 - भारत के लिए कंही खुशी -कंही गम

12/09/2016 -

42वें विश्व शतरंज ओलंपियाड में शुरुआत से ही भारतीय पुरुष टीम नें गज़ब का खेल दिखाया है पर 9वे चक्र में भारतीय महिला टीम नें देश को गर्व करने के पल दिये और  पिछले दो मैच जीतकर रफ्तार पकड़ ली है । हरिका ,तनिया और सौम्या नें अच्छा खेल दिखाते हुए जीत दर्ज की कुल मिलाकर  बाकू में आज का दिन भारत के लिए खुशियाँ और गम दोनों लेकर आया ,भारतीय महिला टीम नें नीदरलैंड को 3-1 से पराजित कर जैसे अपनी आखिरी ट्रेन पकड़ ली और एक बार फिर से पदक की दौड़ में लौट आई जबकि पुरुष टीम का जायका उक्रेन की टीम नें बिगाड़ दिया और दो चक्र पूर्व बढ़त पर चल रही भारतीय टीम छठे स्थान पर सरक गई अगला चक्र विश्व नंबर एक टीम रूस से है और भारत के लिए स्थति "करो या मरो " की आ चुकी है अगर पदक जीतना है तो रूस की दीवार भेदनी ही होगी ,और शायद आज टीम को विदित या हरिकृष्णा से बड़ी जीत की जरूरत है । वंही महिला टीम के पास आज उक्रेन से हिसाब बराबर करने को मौका होगा !

ओलंपियाड R-7 &8- अंग्रेज़ हारे ,भारत जीता ! आगे बढ़ा !

11/09/2016 -

लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती ,कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती !! ये बात मौजूदा भारतीय शतरंज टीम पर बिलकुल सटीक बैठती है , 42वें शतरंज ओलंपियाड में भारत नें पिछले दो चक्रो में पहले हार का सामना किया और फिर जीत का स्वाद भी चखा पर इन दो चक्रो में कोई खिलाड़ी अगर दुनिया भर की नजर में आ गया तो वो है भारत के एसपी सेथुरमन ! उन्होने सारी दुनिया से एक भारतीय के गुणो का परिचय करा दिया । सातवें चक्र की हार के बाद जंहा लोग इस हार के लिए उनकी जीती बाजी गवाने को जिम्मेदार ठहरा रहे थे वो दुनिया से बेखबर अपने आपको और बेहतर करने की तैयारी में खोये हुए थे ,हम यंहा गलतियों ढूंढ रहे थे वो अपने आप पर भरोसे को और मजबूत बना रहे थे और आठवें चक्र भारत का यह धूमकेतु फिर चमका और भारत नें अंग्रेज़ो को 2.5-1.5 से हराकर पुनः सयुंक्त बढ़त बना ली । आने वाले तीन चक्र भारत के नाम होंगे यही उम्मीद है .. 

बाकू ओलंपियाड R-6 - सबसे आगे निकले हिंदुस्तानी !!

09/09/2016 -

 "जो बात पहली बार होती है "दरअसल वो उससे पहले कभी नहीं हुई होती है ,कल जैसे है 42वें विश्व शतरंज ओलंपियाड में  भारत के अधिबन के खिलाफ हार स्वीकार करते हुए नीदरलैंड के अनुभवी ग्रांड मास्टर लामी एरविन नें हाथ आगे बढ़ाया वह सिर्फ एक साधारण जीत का लम्हा नहीं था वो था शतरंज खेल के जनक इस देश के दुनिया में सबसे आगे होने ,विश्व भर के सामने भारत की क्षमता साबित करने और हर भारत वासी का सिर गर्व से ऊंचा करने का भी लम्हा था ! भारत नें पहले बोर्ड पर मुश्किल लग रहे मैच में जोरदार वापसी की और अनुभवी नीदरलैंड  युवा भारत से परास्त हो गया यह गिरकर भी उठ जाने की ताकत ही आपको सबसे बेहतरीन बनाती है और भारतीय टीम इसकी माहिर नजर आ रही है , महिलाओं में हरिका की वापसी सिर्फ राहत ही नहीं लातविया के ऊपर जीत और पदक की उम्मीद भी वापस ले आई !!

बाकू ओलंपियाड R-4 &5 - लक्ष्य की ओर भारत के कदम

07/09/2016 -

आ गए हरीकृष्णा ! क्या बात है ! कहते है बड़े खिलाड़ी बड़े मौको पर ही वापसी करते है और खुलकर सामने आते है ! बिलकुल सही समय चुना हरीकृष्णा नें अपना बेहतरीन देने का और साथ ही वाह विदित ! वाह !! क्या खेल रहे है आप !बाकू 42वें शतरंज ओलंपियाड में भारत नें जिस अंदाज में पिछले दो चक्रो में जीत दर्ज की है पहले क्यूबा और फिर खासतौर पर मेजबान अजरबैजान के खिलाफ उससे भारत का आत्मविश्वास तो बढ़ा ही  है विरोधियों की नींद भी उड़ गयी है । भारत अब वंहा पहुँच गया है जंहा से 3-4 मैच की जीत उसे वो स्थान दिला सकती है जंहा पहुँचना हर देश का सपना होता है । खैर सपने सच करने का यदि कोई तरीका है तो वो है अपना सर्वश्रेष्ठ  करना और यही भारत की टीम कर रही है !! और आप और हम उनकी जीत के लिए प्रार्थना तो कर ही रहे है ..

बाकू ओलंपियाड R-3 - भारत नें बनाई जीत की हेट्रिक

04/09/2016 -

बेहतरीन  विदित  ,अद्वीतीय अधिबन ,प्रभावशाली पदमिनी , तजुर्बेकार तनिया और शानदार सौम्या के दम पर आज भारत नें  बाकू अजरबैजान में चल रहे  42वें शतरंज ओलंपियाड में तीसरे दिन लगातार तीसरी जीत दर्ज की और एक बेहतरीन नीव की स्थापना कर दी है । फिलहाल अब तक भारतीय टीम का प्रदर्शन विश्व स्तरीय रहा है और टीम अगर बड़े मैच में भी यही जोश और जज्बा दिखा पाई तो भारत बाकू में एक नया इतिहास रच सकता है यह पहला मौका है जब भारत की दोनों  महिला और पुरुष टीमों नें ओलंपियाड के शुरुआत में लगातार तीन मैच साथ में जीते है । पर इस अच्छे परिणाम के बाद भी एक बात साफ है की भारत के प्रमुख खिलाड़ी हरिकृष्णा और हरिका को समय से लय पकडनी होगी और बड़े मैच में टीम का नेतृत्व करना होगा अगर हमें बाकू में भारत का तिरंगा लहराना है तो इन दोनों का अच्छा प्रदर्शन करना जरूरी है  

बाकू ओलंपियाड R-2- भारत का विजयरथ आगे बढ़ा !! हम फिर जीते !!

03/09/2016 -

तरह तरह की संस्कृतियों का मिलन , ना रंगो का भेद ,न भाषा की परेशानी ,ना खो जाने का डर ,बस हर तरफ मुस्कराते चेहरे , सच पूछो तो बाकू नें इस शतरंज के इस सबसे बड़े आयोजन को एक अलग ही स्तर पर पहुंचा दिया है । शतरंज के महाकुंभ में भारत नें आज लगातार दूसरी जीत दर्ज करते हुए धीरे से अपने कदम जमाने शुरू कर दिये है । भारत के लिए दूसरा दिन भी अच्छा ही साबित हुआ । पुरुष टीम नें आज कोस्टा रिका की कमजोर टीम पर शुरू से हमले किए और लगभग एकतरफा अंदाज में 4-0 से  जीत दर्ज की । महिला टीम भी अपने से काफी कमजोर टीम ब्राज़ील से 3-1 से जीती तो जरूर पर विश्व नंबर 5 भारत की हरिका द्रोणावली का लगभग जीत चुकी बाजी समय के दबाव में गंवाना भारत के लिए एक झटका रहा हालांकि पूरी उम्मीद है हरिका अगले ही राउंड  में जोरदार वापसी करेंगी  । 

बाकू ओलंपियाड R1- भारत का जीत से शानदार आगाज

03/09/2016 -

भारत की महिला और पुरुष दोनों टीम ने उम्मीद के अनुसार ही  बाकू में पहले चक्र में 4-0 की आसान और अच्छी जीत दर्ज की है ,भले ही लोग इसे महत्वपूर्ण ना माने पर यंहा मिला एक अंक भी अंत में भारत को पदक दिलाने में बड़ी भूमिका निभा सकता है । साथ ही साथ एक अच्छी शुरुआत मिलने से खिलाड़ियों का आत्मविश्वास भी बढ़ता है , भारत ने आज अपने दोनों मुख्य खिलाड़ियों हरीकृष्णा और हरिका को विश्राम दिया था । पुरुषो नें बोलिविया को तो महिलाओं नें मेसेडोनिया पर जीत दर्ज की ,पुरुष टीम अब अगले चक्र में कोस्टा रिका से महिला टीम ब्राज़ील से अपना मुक़ाबला खेलेगी आज पढे मेरा लेख विस्तार से ..

बाकू तैयार , भारत पे उम्मीदों का भार

02/09/2016 -

शतरंज का खिलाड़ी भारत का हो या अमेरिका का या फिर अफ्रीका , आस्ट्रेलिया ,चीन और रूस का ,शतरंज ओलंपियाड खेलना हर खिलाड़ी का सपना होता है । हर दो साल में होने वाला ओलंपियाड इस बार अजरबैजान की राजधानी बाकू में हो रहा है , यकीन मानिए मानो पूरा शहर शतरंज के खुमार में डूबा हुआ है विश्व के 176 देश इसमें प्रतिभागिता कर रहे है । 2245 खिलाड़ी अपने सपने लेकर बाकू में है कोई अपने देश के लिए मेडल जीतना चाहता है तो किसी का ग्रांड मास्टर बनने का सपना उसके साथ है तो बहुत से ऐसे भी है जो सिर्फ दुनिया के दिग्गज खिलाड़ियों को बस एक बार मिलना चाहते है ,उस पर से बाकू कुछ ऐसी मेहमान नमाज़ी कर रहा है की जो भी वंहा है बस वंही रहना चाहता है ! यकीन मानिए इस लेख को पढ़ने के बाद आप भी बाकू का टिकट लेना चाहेंगे । 

Contact Us